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लेखनी कहानी -12-Sep-2023

मुक्तक

जब इश्क होता है तो अल्फाज शायरी बन जाते हैं मुहब्बत की पाक गजल लब खुदबखुद गुनगुनाते हैं नदियों सा दौड़ने लगता है इश्क नस नस में लहू बनके तोड़कर हर दीवार एक दिन दो दिल मिल ही जाते हैं श्री हरि 12.9.23

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2 Comments

जी बेहद उम्दा।

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Gunjan Kamal

12-Sep-2023 06:25 PM

👏👌

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